मरीजों में दवाई के रिएक्शन से हडकंप,तीन की मौत
ग्वालियर.। ब्लैक फंगस के मरीजों को एंफोटेरेिसिन बी लिपिड कॉम्पलेक्स का डोज देते ही उन्हें कंपकंपी आ गई। मरीजों में दवाई का रिएक्शन देख स्टाफ घवरा गया और तत्काल डाक्टरों को बुलाया गया, डाक्टरों ने दवाई के रिएक्शन को रोकने के लिए उसका उपयोग बंद कर दिया और मरीजों केा सामान्य हालत में लेकर आए। डाक्टरों का कहना है कि अभी एंफोटेरिसिन बी लाइफो सोमल का पाउडर फार्म में दिया जा रहा था। पर अबकी बार एंफोटेरिसिन बी लिक्विड फार्म में आया है। जिसके उपयोग करने पर यह रिएक्सन हुआ पर शुक्रवार की दोपहर में मरीजों को दिया तब किसी को रिएक्शन की शिकायत नहीं आई। हालांकि ब्लैक फंगस के चलते जेएएच में छतरपुर के 40 वर्षीय नारायण, जालौन की 45 वर्षीय सुमन की मौत हुई। जबकि अपोलो अस्पताल से रैफर होकर दिल्ली के रास्ते में उद्योग विभाग के महाप्रबंधक आनंद यादव की मौत हो गई। इन चारों को ब्लैक फंगस की शिकायत थी। पर आंनद यादव को ब्लैक फंगस के साथ उनके फेंफडे में 80 फीसद संक्रमण था इस कारण से वह वेंटिलेटर पर आ चुके थे।
चार ऑपरशेन हुए-जयारोग्य अस्पताल में ब्लैक फंगस के 48 मरीज भर्ती हो चुके हैं। शुक्रवार को तीन मरीजों के जेएएच में साइनस का ऑपरेशन हुआ जबकि एक मरीज का अपोलो में ऑपरेशन हुआ है।
बदली दवा मरीजों के सामने संकट-फंगस को खत्म करने में लाइफो सोमल की दवाई एंफोटेरिसिन बी अधिक कारगार है। इसका रिएक्शन भी कम होता है और दुष्प्रभाव भी न के बराबर रहता है। पर इस बार शासन से लिपिड कॉम्पलेक्स की एंफोटेरिसिन बी का लिक्विड फार्म में इंजेक्शन आया है। जो लाइफो सोमल से हल्की मानी जाती है।
इनका कहना है कि-दवाई जब बदलती है तेा कुछ मरीजों में रिएक्शन देखने को मिलता है। रात में भी यही हुआ पर इससे किसी की मौत हुई ऐसा नहीं है। हालांकि रात में दो मरीजों की ब्लैक फंगस के चलते मौत हुई। दिन में जब यह दवाई मरीजों को दी तो कोई रिएक्शन नहीं हुआ।
-डा मनीष शर्मा, मेडिसिन विभाग जेएएच
आनंद यादव के लंग्स में संक्रमण था और उन्हें फेंफडे में संक्रमण था, दिल्ली के रास्ते में उनकी मौत हो गई। अस्पताल में एक मरीज का ऑपरेशन हुआ है।