क्या ऊर्जा मंत्री की नही सुन रहे है,बिजली बाले,?
शहर बना बिजली कटौती का हाट स्पाट, 16 दिन में 350 फाल्ट व ट्रिपिंग
ग्वालियर, । मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सालभर से लाइन का मेंटेनेंस कर रही है, लेकिन मेंटेनेंस का लोगों को फायदा मिलता नहीं दिख रहा है। जून के 16 दिनों में आंधी आई न तेज बारिश हुई, लेकिन फिर भी 33 केवी के 23 फीडरों में 350 फाल्ट व ट्रिपिंग की समस्या आई हैं। ये वह फीडर हैं, जिन पर बिजली कंपनी मेंटेनेंस कर चुकी है। इससे लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रह है। बिजली ने शहर का चेन छीन लिया है। 24 घंटे में कभी भी बिजली गुल हो जाती है। शहर कटौती का नया हाट स्पाट उभरकर सामने आया है। औसतन लोगों को दो घंटे की कटौती का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों पर ऊर्जा मंत्री की फटकार भी काम नहीं आ रही है। बिजली कंपनी ने मानसून पूर्व व मानसून बाद के मेंटेनेंस की व्यवस्था खत्म कर दी है। उसकी जगह सालभर मेंटेनेंस की व्यवस्था को लागू कर दिया है, जिससे शहर को निर्बाध बिजली मिल सके। मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती की जा रही है, लेकिन सुधार नहीं दिख रहा है।
जून के पहले व दूसरे सप्ताह में बिजली समस्या बढ़ी तो उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने खुद बिजली का रियलटी चेक किया था। उन्होंने पाया कि लोग बिजली से परेशान हैं। उसके बाद अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि शहर को 24 घंटे बिजली मिलना चाहिए, लेकिन उनकी फटकार का असर नहीं दिखा। फाल्ट व ट्रिपिंग का आंकड़ा नहीं घटा है। बुधवार को 33 केवी पर 27 बार ट्रिपिंग व फाल्ट की समस्या आई। एक 33 केवी लाइन बंद होने पर 10 से 12 हजार घरों की बिजली गुल हो जाती है।
लोगों को इन समस्याओं का करना पड़ रहा है सामना
- शहर में लो वोल्टेज की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कूलर व पखों की गति घट गई है। इससे गर्मी का अहसास हो रहा है।
- फ्यूज आफ काल्स पर शिकायत करना लोगों के लिए चुनौती बन गया है। मुश्किल से शिकायत दर्ज होने के 70 मिनट बाद ही लोगों तक राहत पहुंच रही है।
- वोल्टेज का उतार चढ़ाव जारी है। सिंगल फेस जाने पर सुनवाई घंटों नहीं हो रही है।
वोल्टेज की वजह से बिजली के उपकरण खराब होने का खतरा भी बढ़ गया है। - रात में बिजली जाने से लोगों को रतजगा करना पड़ रहा है।
बुधवार को शहर में यहां आए फाल्ट
- 33 केवी स्टेडियम फीडर बुधवार को दोपहर 12 बजे बंद हो गया, जिसकी 12रू55 बजे आपूर्ति बहाल हो सकी। इस फीडर के बंद होने से सिटी सेंटर क्षेत्र को 55 मिनट तक कटौती झेलनी पड़ी।
- लक्ष्मीगंज फीडर सुबह 10रू21 बजे बंद हो गया। 12रू34 बजे बिजली बहाल हो सकी, जिसके कारण लोगों को दो घंटे 13 मिनट कटौती झेलनी पड़ी, जिससे करीब 10 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई।